जीवन के उच्चावच को अभिव्यक्त करती कविता। जीवन के उच्चावच को अभिव्यक्त करती कविता।
बुझे मन से कहा-धन्य हो शिक्षक बनाओ देश की तकदीर। बुझे मन से कहा-धन्य हो शिक्षक बनाओ देश की तकदीर।
होगा सबका कल्याण-खुली हवा से भर उठेगी सच्चा परिवर्तन। होगा सबका कल्याण-खुली हवा से भर उठेगी सच्चा परिवर्तन।
एक सच्चे प्यार का सच्चा वादा है, जो कि पारंपरिकता से हटकर है, चाँद तारे तोड़कर लाने की बातें तो सब कर... एक सच्चे प्यार का सच्चा वादा है, जो कि पारंपरिकता से हटकर है, चाँद तारे तोड़कर ला...
समाज के इन घरों को आखिर क्यूँ बाँँटते हो क्यूँ बाँटते हो। समाज के इन घरों को आखिर क्यूँ बाँँटते हो क्यूँ बाँटते हो।
गुफ्तगू कभी खुद से भी किया कीजिए जनाब ख़ैर जो होना है वो तो होना है ! गुफ्तगू कभी खुद से भी किया कीजिए जनाब ख़ैर जो होना है वो तो होना है !